आखिरी ख्वाहिश

मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश,
मैं हमेशा खुश रहूँ दिल से हँसा करूँ,
आसमां तले बाँहें फैला बादलों को बुलाऊ,
बारिश को बाँहों में भर प्यार करूँ दुलार करूँ,
रात में तारें मुझसे बातें करे मेरी तन्हाई को बांटे,
तितलियां फूलों से पराग ले मेरे जख्मों पर मरहम लगाये,
मेरी आखिरी ख्वाहिश . . .

छाया

2 विचार “आखिरी ख्वाहिश&rdquo पर;

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